कश्मीरियों के लिए नत्थी वीजा जारी करने के मुद्दे पर भारत और चीन के मध्य विवाद के बीच एक शीर्ष चीनी नेता भारत की तीन दिवसीय सद्भावना यात्रा पर जाएंगे। इस दौरान वह राजनीतिक नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी में नौंवे स्थान पर आने वाले योंगकांग 31 अक्तूबर को इस तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। शिन्हुआ संवाद समिति ने सीपीसी की केंद्रीय समिति के अंतरराष्ट्रीय (मामले) विभाग के प्रवक्ता लि जून के हवाले से कहा, ‘यह यात्रा भारत सरकार के न्यौते पर हो रही है।’
सीपीसी की केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य की भारत यात्रा के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं से भेंट करने की संभावना है। भारतीय अधिकारी इस यात्रा को बहुत महत्व दे रहे हैं। वर्ष 2006 में राष्ट्रपति हू जिंताओ की भारत यात्रा के बाद किसी चीनी नेता की यह पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। इसके अलावा यह यात्रा चीन द्वारा कश्मीरियों को पासपोर्ट के बजाय नत्थी वाला वीजा प्रदान करने के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच विवाद की पृष्ठभूमि में हो रही है।
सीपीसी की केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य की भारत यात्रा के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं से भेंट करने की संभावना है। भारतीय अधिकारी इस यात्रा को बहुत महत्व दे रहे हैं। वर्ष 2006 में राष्ट्रपति हू जिंताओ की भारत यात्रा के बाद किसी चीनी नेता की यह पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। इसके अलावा यह यात्रा चीन द्वारा कश्मीरियों को पासपोर्ट के बजाय नत्थी वाला वीजा प्रदान करने के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच विवाद की पृष्ठभूमि में हो रही है।
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